Career Counselling and Guidance
How Career Counselling and Guidance makes you life easy?
Career counselling and guidance simplify your life by offering tailored insights and strategies that align with your strengths, interests, and goals. This personalized approach helps you make informed decisions, navigate career challenges, and ultimately achieve a more fulfilling and successful professional life.
Career consultation is a helpful process where a trained professional assists individuals in making informed decisions about their career or education. It involves understanding personal strengths and interests, exploring different career options, setting goals, and creating a plan to achieve them. Career consultants use tools like tests and interviews to assess individuals and provide insights into suitable career paths. This guidance is beneficial for students and professionals alike, helping them maximize their potential, find job satisfaction, and align their choices with current work trends.
Career in Civil Services
एसडीएम बनने के लिए सबसे पहले आपको किसी भी विषय में स्नातक होना ज़रूरी होता है। उसके बाद आप राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। सभी राज्य अपने स्तर पर इस परीक्षा का आयोजन करवाते हैं। यह भर्ती प्रक्रिया तीन चरणों में होती है -प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार। प्रारंभिक परीक्षा में कुल 2 पेपर आयोजित होते हैं। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद मुख्य परीक्षा में शामिल होना होता है। प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। तीनों परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद रैंक हिसाब से पद मिलते हैं। चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति से पहले प्रशिक्षण दिया जाता है।
Career in Medical Field
मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने वाले छात्रों के लिए NEET यानि नेशनल एलिजिबिल्टी कम एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन किया जाता है। प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी में कम से कम 50% अंकों के साथ 12वीं पास होना ज़रूरी है। न्यूनतम आयु 17 वर्ष और अधिकतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए। नीट में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी से ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा की तैयारी के लिए एनसीईआरटी और अन्य रेफरेन्स बुक्स की मदद ली जा सकती है। पिछले वर्ष के प्रश्नों को हल करने से आपको परीक्षा पैटर्न का अंदाजा हो जाएगा। इसके अलावा आप मॉक टेस्ट का अभ्यास भी कर सकते हैं क्योंकि यह तैयारी में भी अहम भूमिका निभाता है।